Shambhu border News : शंभू सीमा पर एक अत्यंत चिंताजनक संघर्ष का माहौल है, जहाँ जवानों और किसानों के बीच आत्मसमर्पण का संघर्ष चल रहा है। इस संघर्ष में कई किसान गंभीर रूप से घायल हो गए हैं, जबकि पुलिस विभाग के कई जवान भी घायल हो गए हैं। इस घटना में आंसू गैस और रबड़ की गोलियों का उपयोग किया गया।
यह स्थिति अत्यंत चिंताजनक है, और इससे समाज को गहरे सोचने पर मजबूर करती है। इसके बारे में चर्चा करना जरूरी है ताकि समाज को इस तनावपूर्ण स्थिति का सामना करने के लिए तैयारी मिल सके। इस तरह के संघर्षों का समाधान शांतिपूर्ण और संवेदनशील तरीके से होना चाहिए।
इस परिस्थिति के बारे में जानकारी को साझा करके, हम सभी को समाज में एक सद्भावपूर्ण माहौल बनाने में मदद मिल सकती है। इससे न केवल विवाद समाप्त होगा, बल्कि हम सभी एक समृद्ध और सहयोगी समाज की ओर अग्रसर होंगे।
Farmers Protest Delhi: “मंगलवार को शंभू बॉर्डर पर एक बार फिर जवान और किसान आमने-सामने आ गए। पुलिस की ओर से दिल्ली कूच रोकने के लिए किसानों पर आंसू गैस के गोले और पानी की बौछार कर दी गई, जिस पर आक्रोशित किसानों ने पथराव किया। इस मुठभेड़ में 15 लोग जख्मी हुए और कई किसान भी घायल होकर अस्पताल पहुंचे। घायलों में अंबाला के डीएसपी आदर्शदीप भी शामिल हैं।
अंबाला पुलिस-प्रशासन ने करीब एक पखवाड़े से किसानों को शंभू बॉर्डर पर रोकने की कोशिश की थी, लेकिन इसके बावजूद किसान बैरिकेडिंग तोड़ने में नाकाम रहे। इस दौरान पुलिस ने आंसू गैस के गोले और पानी की बौछार के साथ रबर की गोलियां चलाई, जिससे कई किसान जख्मी हो गए।”
यह घटना हमेशा की तरह हम सभी के लिए दुखद है। हमारी कामना है कि इस प्रकार की मुठभेड़ समय पर सुलझाई जाए और समस्या के समाधान के लिए ठोस कदम उठाए जाएं।
घायल होकर अस्पताल पहुंचे किसान
“शंभू बॉर्डर पर घायल होने वाले किसानों की सूची में 60 वर्षीय तरसेम सिंह अमृतसर, 30 वर्षीय अमनदीप, 18 वर्षीय जसकरण, 40 वर्षीय मोहिंद्र सिंह पटियाला, 40 वर्षीय कुलविंद्र सिंह संगरूर, 45 वर्षीय माटा होशियारपुर, 21 वर्षीय गुरजीत फिरोजपुर, और कई अन्य किसान शामिल हैं। यह घटना हम सभी के लिए दुखद है और हमें आशा है कि घायल किसानों को त्वरित चिकित्सा सहायता मिलेगी।”
पत्थरबाजी हुई तो खुद शील्ड लेकर दूसरे नाके में उतरे जवान, हुए घायल
हरियाणा पुलिस पर किसानों के पथराव के बाद, पुलिस जवानों ने तत्परता दिखाया। जवानों ने शील्ड लेकर सुरक्षा में हिस्सा लिया, लेकिन कुछ जवानों को चोटें आईं। किसानों ने भी शील्ड उठाकर सामने की ओर बढ़ा।
पंजाब की सीमा में ड्रोन की मार, पंजाब पुलिस ने रुकवाया
पुलिस ने आंदोलनकारियों की उग्र होती भीड़ को नियंत्रित करने के लिए ड्रोन से आंसू गैस के गोले छोड़े। ड्रोन ने पंजाब की सीमा पर जाकर भीड़ को खदेड़ना शुरू किया। यह मामला पंजाब के आलाधिकारियों तक पहुंचा और हरियाणा पुलिस से बातचीत के बाद ड्रोन को निर्धारित सीमा तक ही आंसू गैस के गोले छोड़ने की रोक लगाई।
पूरी तैयारी में किसान, ट्रैक्टरों में खाने का भंडार
किसानों ने आंदोलन की तैयारी में पूरी स्थिति को ध्यान में रखते हुए ट्रैक्टर-ट्रालियों में भोजन के भंडार को तैयार किया है। इस तैयारी को देखकर स्पष्ट होता है कि किसानों की आंदोलन की लड़ाई में उनकी ताकत और संगठन है। इससे यह सुनिश्चित है कि आने वाले दिनों में खानपान की कोई कमी नहीं होगी।
महिला किसान भी हुई शामिल
दिल्ली कूच के आंदोलन में, युवाओं और बुजुर्गों के साथ ही, महिला किसानें भी प्रतिष्ठान्वित हैं। फिरोजपुर, संगरूर, पटियाला से भी कई महिलाएं किसानों के काफिले में शामिल हो गई हैं और शंभू बॉर्डर पर उन्हें देखा गया है। इन महिलाओं ने हाथ में झंडे लेकर किसानों का मोराल बढ़ाते हुए सामने आईं।